Sunday 18 September 2016

🏽हुजूर का वुजू पार्ट-1, वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 11, बरकाते शरीअत पोस्ट -019

👉🏽 बरकाते शरीअत पोस्ट -019
👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 11

🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

        👇🏽हुजूर का वुजू पार्ट-1👇🏽

हजरत  उस्मान رَضِىَ  اللّٰهُ  تَعَالٰى عَنٔه  के
खादिम हिमरान कहते है, कि  हजरत उस्मान
ने वुजू के लिये पानी मंगवाया और वुजू करना
शुरू किया।  पहले अपनी हथेलियों को  तिन
मर्तबा धोया।  फिर  कुल्ली की  और नाक में
पानी डाला फिर तिन बार अपने चेहरे को धोया
फिर  दायां हाथ  कोहनी तक  तीन बार धोया
फिर इसी तरह बायां हाथ कोहनी तक तीन बार
धोया  फिर अपने  सर का  मसह  किया फिर
दायां पैर टखनों तक तीन बार धोया फिर इसी
तरह बायां पांव तीन बार धोया  फिर उन्हों ने
कहा जिस तरह  मैंने वूजू किया है  इसी तरह
मैंने  रसूलुल्लाह صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم को
वुजू  करते  हुए  देखा है।  वुजू करने  के बाद
रसूलुल्लाहصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم ने फर्माया
जो शख्स मेरे इस तरीके के मुताबिक वुजू करे
फिर दो रकअत नमाज़ पढ़े और दौराने नमाज़
सोच-विचार  न करे  तो उसके  तमाम पिछले
गुनाह माफ़ कर दिये जाते है। इब्ने शिहाब ने
कहा, हमारे  उलमा  कहते  है  कि  नमाज़ के
लिये जो वुजू  किये  जाते है  उन  सबमें  यह
कामिल तरीन वुजू है।
(📚 मुस्लिम शरीफ, किताबुत्-तहारत)

मेरे प्यारे आक़ा  صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم  के
प्यारे दीवानो ! सरकारे दो आलम صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمको अल्लाह عَزَّ وَجَلَّने तालीमे
उम्मत के लिये मबऊस फ़रमाया, उन्होंने हमें
सारे मामलात में  शरई  अहकाम की  तालीम
फ़राहम  की  है।   आपने  खुद  वुजू  कर  के
दिखाया और फ़रमाया कि जो शख्स भी इस
तरह करे  फिर  उसके  बाद  नमाज़  पढ़े  तो
अल्लाह तआला उसके तमाम गुनाह माफ़ कर
देता है जो उसने  इस नमाज़ से पैवस्ता दूसरी
नमाज़ के दरमियान किये थे।
         👉🏾 बाकी आइन्दा कल 👈🏾

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुननेसे ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.92
       अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
  मौलाना  मोहम्मद  शाकिर  अली  नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in