Thursday 29 September 2016

तीन- तीन बार धोएं, वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 15, बरकाते शरीअत पोस्ट -023

बरकाते शरीअत पोस्ट -023

👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 15

🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

       👇🏽 तीन- तीन बार धोएं 👇🏽

हज़रत उस्मान गनी رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه
से  रवायत  है  कि  रसूलुल्लाह  صَلَّى  اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم ने आजाए वुजू  को  तीन- तीन
मर्तबा धूल कर वुजू फर्माया और उसके बाद
इर्शाद फर्माया " यह मेरा और मुझसे पहले
अंबिया का वुजू है।"
📚 ( मिश्कात शरीफ )

पता चला कि वुजू करते  वक़्त  आजाए वुजू
तीन-तीन बार धुलना सारे अंबिया की सुन्नत
है। लिहाज आजाए वुजू को तीन-तीन मर्तबा
धुलें  कि   इस में   ज्यादा  एहतियात  भी   है
और तमाम अम्बियाए किराम की  सुन्नत पर
अमल करना भी।

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.95
       अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
  मौलाना  मोहम्मद  शाकिर  अली  नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी

SDI Web Visit : www.sunnidawateislami.net
👇🏽इसे क्लिककरे और भी पोस्ट पढ़े👇🏽
       www.SDITeam.blogspot.in

     👉🏽 ज्यादा से ज्यादा शेयर करे 👈🏽
      〰 ✖ 〰 ✖〰✖ 〰 ✖ 〰

No comments:

Post a Comment

किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in