बरकाते शरीअत पोस्ट -013
🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
एक कब्रस्तान में तशरीफ़ लाये और इरशाद
फ़रमाया "तुम पर सलामती हो ए मोमिनों
के घर और हम इन्शा अल्लाह ! तुम से
मिलने वाले है, मुझे अपने भाइयों की
जियारत से मुसर्रत हुई "सहाबाने अर्ज़ किया
या रसूलल्लाह ! क्या हम आपके भाई नहीं ?
आपने फ़रमाया, तुम मेरे साथी हो, हमारे
भाई वो है जो बादमें आने वाले है, सहाबा
ने अर्ज़ किया कि आपकी उम्मत में जो लोग
बादमें आनेवाले है उनको आप कैसे पहचानेंगे
आपने फरमाया अगर कोई शख्स ऐसा हो
कि जिसके चमकदार रंगवाले खच्चर हो,
सियाह रंगवाले खच्चरों के दरमियान, तो
क्या वह अपने खच्चर को नहीँ पहचान
सकेगा ? लोगो ने अर्ज़ किया क्यों नहीं या
रसूलल्लाह صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم आपने
फर्माया वेलोग कयामत में इस तरह आऐगे
कि आसारे वुजु से उनके आजा चमकते
होंगे। और मैं हौज़े कौसर पर उन का
इस्तिक़्बाल करूंगा।
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो ! कितना खुश नसीब होगा वह
शख्स कि अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ के प्यारे रसूल صَلَّى اللّٰه ُ عَلَئه ِٖ وَسَلَّم हौज़े कौसर पर
जिसका इस्तिक़्बाल करे और यह फ़ज़ीलत
कैसे हासिल होगी, वुजु करने की वजहसे कि
आसारे वुजु से जब अअजा चमकते होंगे तो
हुजूरصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمपहचान लेंगेकि
यह मेरी उम्मत का ऐसा शख्स है जो पंजवक़्ता
नमाज़ों के लिये वुजु किया करता था। लिहाजा
हर नमाज़ के लिये मस्जिद में हाजिर हो जाएं
और हमेशा बावुजु रहने की कोशिश करें ताकि
कयामत के दिन हौज़े कौसर पर सरकारे
मदीनाصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمके इस्तिक़्बाल
के हक़्दार हो सकें।
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.88
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 05
🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
👇🏽हौज़े कौसर पर इस्तिक़्बाल👇🏽
हजरत अबू हुरैरा رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه से
रवायत है कि हुजूर صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمएक कब्रस्तान में तशरीफ़ लाये और इरशाद
फ़रमाया "तुम पर सलामती हो ए मोमिनों
के घर और हम इन्शा अल्लाह ! तुम से
मिलने वाले है, मुझे अपने भाइयों की
जियारत से मुसर्रत हुई "सहाबाने अर्ज़ किया
या रसूलल्लाह ! क्या हम आपके भाई नहीं ?
आपने फ़रमाया, तुम मेरे साथी हो, हमारे
भाई वो है जो बादमें आने वाले है, सहाबा
ने अर्ज़ किया कि आपकी उम्मत में जो लोग
बादमें आनेवाले है उनको आप कैसे पहचानेंगे
आपने फरमाया अगर कोई शख्स ऐसा हो
कि जिसके चमकदार रंगवाले खच्चर हो,
सियाह रंगवाले खच्चरों के दरमियान, तो
क्या वह अपने खच्चर को नहीँ पहचान
सकेगा ? लोगो ने अर्ज़ किया क्यों नहीं या
रसूलल्लाह صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم आपने
फर्माया वेलोग कयामत में इस तरह आऐगे
कि आसारे वुजु से उनके आजा चमकते
होंगे। और मैं हौज़े कौसर पर उन का
इस्तिक़्बाल करूंगा।
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो ! कितना खुश नसीब होगा वह
शख्स कि अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ के प्यारे रसूल صَلَّى اللّٰه ُ عَلَئه ِٖ وَسَلَّم हौज़े कौसर पर
जिसका इस्तिक़्बाल करे और यह फ़ज़ीलत
कैसे हासिल होगी, वुजु करने की वजहसे कि
आसारे वुजु से जब अअजा चमकते होंगे तो
हुजूरصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمपहचान लेंगेकि
यह मेरी उम्मत का ऐसा शख्स है जो पंजवक़्ता
नमाज़ों के लिये वुजु किया करता था। लिहाजा
हर नमाज़ के लिये मस्जिद में हाजिर हो जाएं
और हमेशा बावुजु रहने की कोशिश करें ताकि
कयामत के दिन हौज़े कौसर पर सरकारे
मदीनाصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمके इस्तिक़्बाल
के हक़्दार हो सकें।
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.88
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in