*बरकाते सुन्नते रसूल पोस्ट -006*
🏽 *इत्तेबाऐ सुन्नत की जरूरत पार्ट 06*
*🔹بسم الله الرحمن الرحيم*
*🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله*
*🔹ﷺ*
*🏽 अल्लाह की इताअत 🏽*
इताअते रसूल हक़ीक़त में अल्लाह ही की
इताअत है, इस लिये कि इताअते रसूल काखुद अल्लाहने हुक्म फरमा दिया है जैसा कि
इरशाद है: *तर्जुमा:- और हमने कोई रसूल*
*न भेजा मगर इस लिये कि अल्लाह के*
*हुक्म से उस की इताअत की जाए।*
* (सूरए निसा, आयत : 64 )*
इस आयतसे पता चला कि रसूलों की बेअसत
का मकसदही यह है कि लोग उनकी इताअत
व पैरवी करें और इस इताअत व पैरवीका खुद
अल्लाह ने हुक्म दिया है तो जिसने रसूल की
इताअत व पैरवी कि उस ने खुद अल्लाह की
इताअत व पैरवी की जैसा की फर्माने इलाही है
*"तर्जुमा :- जिस ने रसूल का हुक्म माना*
*बेशक उसने अल्लाह का हुक्म माना। "*
* ( सूरए निसा, आयत : 80 )*
का मकसदही यह है कि लोग उनकी इताअत
व पैरवी करें और इस इताअत व पैरवीका खुद
अल्लाह ने हुक्म दिया है तो जिसने रसूल की
इताअत व पैरवी कि उस ने खुद अल्लाह की
इताअत व पैरवी की जैसा की फर्माने इलाही है
*"तर्जुमा :- जिस ने रसूल का हुक्म माना*
*बेशक उसने अल्लाह का हुक्म माना। "*
* ( सूरए निसा, आयत : 80 )*
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो ! मज़कूरा दोनों आयतो से पता
चला कि खुद रब तबारक व तआला ने रसूल
की इताअत व पैरवी का हुक्म फ़रमाया है
और रसूल की इताअत दर हकीकत अल्लाह
की इताअत है
प्यारे दीवानो ! मज़कूरा दोनों आयतो से पता
चला कि खुद रब तबारक व तआला ने रसूल
की इताअत व पैरवी का हुक्म फ़रमाया है
और रसूल की इताअत दर हकीकत अल्लाह
की इताअत है
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
*हवाला: बरकाते सुन्नते रसूल स.67*
*-: हस्बे फरमाइश :-*
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
*मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी*
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
*हवाला: बरकाते सुन्नते रसूल स.67*
*-: हस्बे फरमाइश :-*
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
*मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी*
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in