Tuesday 9 August 2016

🏼रहमत,मगफिरत व आगसे आज़ादी, माहे रमज़ान कैसे गुजारे ..? पार्ट -07

👉🏽 माहे रमज़ान कैसे गुजारे ? ? ? 👈🏽
👉🏽 #पार्ट -07
🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

👇🏼रहमत,मगफिरत व आगसे आज़ादी👇🏼
हदीष शरीफ में  है हुज़ूर ताजदारे मदीना
राहते कल्बो सीना صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم ने इर्शाद फर्माया, रमज़ान ऐसा महीना है
. . .
👉🏽जिसका अव्वल रहमत है,
👉🏽उसके दरम्यान मे बख़्शिश है और
👉🏽उसके आखिर में आगसे आज़ादी है।

मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰه ُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم  के
प्यारे  दिवानो !  मजकूरा  हदीष  शरीफ में
रमज़ानुल मुबारककी बरकत और बुज़ुर्गी
का  जिक्र  किया  गया है, जिस से रमज़ानुल
मुबारक  की  अहमियत  और  फज़ीलत
ज़ाहिर होती है,
♦माहे रमज़ान में रोज़ा रखना,
♦इफ्तारी करना और करवाना,
♦क़यामुल्लैल करना और 
♦दिनके वक़्त भूक और प्याससे सब्र व
ज़ब्त और हर बुरी चीज़से परहेज़ करना,
यह तमाम अफआल वो है जो हम गुनाहगार
मुसलमानोंकी बख़्शिश, नजातका वसीला हैं
📚 (हवाला) माहे रमज़ान कैसे गुजारे 
मुसन्निफ़ अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
    मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे

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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in