Tuesday 9 August 2016

🏼 साल का दिल , माहे रमज़ान कैसे गुजारे ..? पार्ट -10

👉🏽 माहे रमज़ान कैसे गुजारे ? ? ? 👈🏽
👉🏽 #पार्ट -10
🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

            👇🏼 साल का दिल 👇🏼
हुज़ूर नबीए करीमصَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّمने
इरर्शाद फरर्माया, "माहे रमज़ानुल मुबारक
साल का दिल है,  जब यह दुरुस्त रहा तो
पूरा साल दुरुस्त रहेगा।"

  👇🏼 अज़ाब से छुटकारे का ज़रिया 👇🏼
हज़रतअली शेरेखुदाرَضِىَ اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه फरर्माते हैं कि "अगर अल्लाह तआला को
उम्मते मुहम्मदिया को  अज़ाब से  दोचार
करना  होता तो  उसे  माहे  रमज़ान और
सूरए ईख्लास कभी अता न फर्माता।"

बाज़ बुज़ुर्गाने दीन से  मंकूल है कि " हज़रत
जिब्रील عَلَئهِ السَّلَام आसमान वालों  के
लिए अमान हैं " और "हुजूर सैयदे आलम صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ  وَسَلَّم ज़मीन  वालों  के
लिए " और  " माहे  रमज़ा -नुल  मुबारक
नबी ए करीम صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم  की
उम्मत के लिए अमान है। "
📚 (हवाला) माहे रमज़ान कैसे गुजारे 
मुसन्निफ़ अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
    मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे

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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in