Tuesday 9 August 2016

🏼इफतार का बयान, माहे रमज़ान कैसे गुजारे ..? पार्ट -24

👉🏽 माहे रमज़ान कैसे गुजारे ? ? ? 👈🏽
👉🏽 #पार्ट -24
🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

           👇🏼इफतार का बयान👇🏼
मेरे प्यारे आक़ा  صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم  के
प्यारे दिवानो ! जब बंदा दिन भर सब्र व ज़ब्त
का मुजहेरा करके रोज़ाको मुकम्मल करताहै
और मगरिबका वक़्त आता है तो वह हलाल
चीज़ें जो उसके लिए रोज़ाकी हालत में हराम
कर दी गई थी अब फिरसे हलाल हो जाती है
और मौलाका बंदो पर इतना अहेसान होताहै
कि माहे रमज़ानुल मुबारक में अपने बंदो का
रिज्क़ बढ़ा देता है,
 ईस माह में अमीर हो या
गरीब  सारे लोग  इफतारी के लिए  अच्छे से
अच्छा एहतमाम करते हैं।  अब  इफतारी के
तअल्लुक से चंद बाते पेश कि जाती है,
📚 (हवाला) माहे रमज़ान कैसे गुजारे 
मुसन्निफ़ अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
    मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in