Tuesday 9 August 2016

🏼सत्तर (70) साल कि मुसाफ़त पर , माहे रमज़ान कैसे गुजारे ..? पार्ट -30

👉🏽 माहे रमज़ान कैसे गुजारे ? ? ? 👈🏽
👉🏽 #पार्ट -30
🔹بسم الله الرحمن الرحيم
🔹الصــلوةوالسلام‎ عليك‎‎يارسول‎الله
🔹ﷺ

    👇🏼सत्तर साल कि मुसाफ़त पर👇🏼
हज़रत  अबू  सईद  खुदरी  رَضِىَ  اللّٰهُ تَعَالٰى عَنٔه से रिवायत है, वह  कहेते हैं  कि
रसूलुल्लाह صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم ने इर्शाद
फर्माया “ जो शख्स भी एक दिन अल्लाह
तआला की राह में  रोज़ा रखेगा अल्लाह
तआला जहन्नमकी आगको उसके चेहरे
से 70 सालकी मुसाफ़त तक दूररखेगा।”
📚 (मुस्लिम शरीफ, सफा 364)
📚 (हवाला) माहे रमज़ान कैसे गुजारे 
मुसन्निफ़ अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
    मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
          अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी

अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in